पुराने समय की बात है यूनान में मीदास नामक एक राजा राज्य करता था। वह बहुत लोभी था । उसे सोना एकत्र करने की धुन लगी रहती थी । एक दिन रात्रि के समय एक देवदूत आया उसने राजा से वरदान माँगने को कहा मीदास ने देवदूत से वरदान माँगा कि में जिस वस्तु को छूँ लूँ वह सोने की हो जाए । देवदूत ने उसे उसकी इच्छा अनुसार वरदान दे दिया ।।। अब वह जिस वस्तु को छूता वह सोने की बन जाती । यहाँ तक कि उसका भोजन भी सोने का हो गया । कुछ समय बाद उसकी पुत्री राजा के पास आई । जैसे ही मीदास ने अपनी पुत्री को छूआ वह भी सोने की बन गय
अब राजा अपना सिर पिट-पिट कर रोने लगा । देवदूत को राजा मीदास पर दया आ गई । वह प्रकट होकर मीदास के पास आया । मीदास ने देवदूत के चरणों में गिरकर क्षमा माँगी और देवदूत से वरदान वापस लेने के लिए प्राथना की । देवदूत ने उस पर दया करके अपना वरदान वापस ले लिया और मीदास से कहा कटोरे में पानी लाकर इन वस्तुओं पर छिडकोगे तो फिर पहले जैसी हो जाँएगी । राजा मीदास ने देवदूत के कहें अनुसार वैसा ही किया । सभी वस्तुएँ तथा उसकी पुत्री पहले जैसी हो गई । यह देखकर मीदास खुश हो गया
सीख़़़----इस कहानी से हमें सीख मिलती हैं कि लालच बहुत बुरी चीज हैं जितना हमारे पास हैं उसी में खुशी हैं
@ Naeem ahmad
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